गर्मियों की पहचान मानी जाने वाली ड्रिंक जिन एंड टॉनिक अब वैसी नहीं लगेगी जैसी पहले लगती थी — और इसका कारण है जलवायु परिवर्तन। एडिनबर्ग की हैरियट-वॉट यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन के अनुसार, बदलते मौसम ने जिन का प्रमुख घटक जुनिपर पौधे के स्वाद और सुगंध को प्रभावित किया है। अधिक बारिश के कारण इस पौधे में आवश्यक सुगंधित तत्व कम हो जाते हैं, जिससे इसका स्वाद फीका पड़ने लगा है।

जुनिपर अब उन खाद्य सामग्रियों की सूची में शामिल हो गया है जो जलवायु संकट की चपेट में आ चुके हैं। कॉफी की खटास कम हो रही है, चॉकलेटउत्पादन गर्मी और बीमारियों से प्रभावित हो रहा है, फ्रांस की वाइन का स्वाद अंगूर जल्दी पकने के कारण बदल रहा है, और बियर में उपयोग होने वाले हॉप्स का उत्पादन घट रहा है।

यह केवल खाने-पीने की चीज़ों का मसला नहीं है, बल्कि यह संस्कृति, परंपरा और भूगोल से जुड़ी पहचान का सवाल भी है। स्वाद सिर्फ जीभ पर महसूस होने वाली चीज नहीं, बल्कि यह उस जमीन और मेहनत का प्रतीक होता है, जिससे वह उपजा है।

अतः अगली बार जब आप कोई पेय पीएं, तो थोड़ा ठहरें — यह सिर्फ स्वाद नहीं बदल रहा, बल्कि पूरी दुनिया धीरे-धीरे एक अलग रूप ले रही है, एक घूंट के साथ।